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पञ्चमः पाठः - सदाचारः
आलस्यं हि मनुष्याणां शरीरस्थो महान् रिपुः । नास्त्युद्यमसमो बन्धुः कृत्वा यं नावसीदति ।।1।। अन्वय:- आलस्यं हि मनुष्याणां शरीरस्थो महान् रि...
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मेघा नाद घटा घटा घट घटा घाटा घटा दुर्घटा, मण्डूकस्य बको बको बक बको बाको बको बूबको । विद्युज्ज्योति चकी मकी चक मकी चाकी मकी दृश्यते, इत्थं नन...
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स्वागत—गीतम् महामहनीय मेधाविन्, त्वदीयं स्वागतं कुर्मः। गुरो गीर्वाणभाषायाः, त्वदीयं स्वागतं कुर्मः।। दिनं नो धन्यतममेतत्, इयं मंङ्गलमयी वेल...
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हम नन्हे मुन्ने हो चाहे पर नहीं किसी से कम| आकाश तले जो फूल खिले वह फूल बनेंगे हम|| बादल के घेरे में| कुहरे के घेरे में| भयभीत नहीं होंगे,...
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