यह ब्लॉग खोजें
गुरुवार, 30 मार्च 2023
गांव
गांव भारत की संस्कृति का एक बहुत महत्वपूर्ण अंग है। गांव एक सामाजिक एवं आर्थिक संरचना है जिसमें लोगों के जीवन स्तर के साथ साथ उनकी संस्कृति एवं ट्रेडिशन भी जुड़े हुए हैं। गांव में सभी लोग एक दूसरे से परिचित होते हैं और एक साथ रहने का तालमेल रहता है। गांव में लोगों के जीवन शैली में स्वच्छता एवं स्वास्थ्य का ध्यान रखा जाता है। गांव एक प्राकृतिक वातावरण भी होता है जिसमें लोग पर्यावरण संरक्षण का ध्यान रखते हैं और जीवन को समृद्ध करने का प्रयास करते हैं।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
पञ्चमः पाठः - सदाचारः
आलस्यं हि मनुष्याणां शरीरस्थो महान् रिपुः । नास्त्युद्यमसमो बन्धुः कृत्वा यं नावसीदति ।।1।। अन्वय:- आलस्यं हि मनुष्याणां शरीरस्थो महान् रि...
-
मेघा नाद घटा घटा घट घटा घाटा घटा दुर्घटा, मण्डूकस्य बको बको बक बको बाको बको बूबको । विद्युज्ज्योति चकी मकी चक मकी चाकी मकी दृश्यते, इत्थं नन...
-
स्वागत—गीतम् महामहनीय मेधाविन्, त्वदीयं स्वागतं कुर्मः। गुरो गीर्वाणभाषायाः, त्वदीयं स्वागतं कुर्मः।। दिनं नो धन्यतममेतत्, इयं मंङ्गलमयी वेल...
-
हम नन्हे मुन्ने हो चाहे पर नहीं किसी से कम| आकाश तले जो फूल खिले वह फूल बनेंगे हम|| बादल के घेरे में| कुहरे के घेरे में| भयभीत नहीं होंगे,...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें